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ज्योतिष में ग्रहों का विशेष महत्व है। इनकी स्थिति और प्रभाव हमारे जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करते हैं। आज हम बात करेंगे शनि, सूर्य, और बृहस्पति ग्रहों की और इनकी महत्ता पर ध्यान देंगे।
आपको ऐसा लगता है कि आपके बच्चे पढ़ाई में ध्यान नहीं लगा रहे हैं या आपकी प्रॉपर्टी लंबे समय से नहीं बिक रही है? या फिर आपके कामों में लगातार रुकावटें आ रही हैं? अगर आपने कई उपाय आजमा लिए हैं और कोई फायदा नहीं हुआ है, तो आज मैं आपको एक अचूक उपाय बताने
हमारे जीवन और संबंधों में ग्रहों का प्रभाव अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों की स्थिति और उनका प्रभाव हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित करता है। ग्रहों के अशुभ प्रभाव को कम करने और जीवन में संतुलन बनाए रखने के लिए कुछ दान क
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रह निश्चित अंतराल पर अपनी उच्च और निम्न डिग्री के साथ भ्रमण करते हैं, जिससे मानव जीवन और पृथ्वी पर प्रभाव पड़ता है।
2024 का पहला सूर्यग्रहण 8 अप्रैल 2024 को हुआ था। यह 57 सालों में पहली बार हुआ था जब भारत में पूर्ण सूर्यग्रहण देखा गया था। अब बात है साल के दूसरे सूर्यग्रहण की, जो वलयाकार होगा।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, ग्रहों का गोचर समय-समय पर शुभ और राजयोग का निर्माण करता है। इसका मानव जीवन और देश-दुनिया पर गहरा प्रभाव पड़ता है। मिथुन राशि में सूर्य, शुक्र, और बुध ग्रह का संचरण हो रहा है, जिससे राजयोग का निर्माण हो रहा है। इससे कुछ राशियो
देवताओं के गुरु बृहस्पति एक निश्चित अवधि के बाद राशि परिवर्तन करते हैं। गुरु को 12 राशियों के चक्र को पूरा करने में 12 साल का समय लगता है, जिससे हर राशि के जातकों के जीवन पर इसका प्रभाव लंबे समय तक रहता है।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, राहु 8 जुलाई को उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश करने जा रहा है। यहां बताया गया है कि उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र का स्वामी शनि देव है और इसके देवता गुरु बृहस्पति हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, दैत्यों के गुरु शुक्र को धन-ऐश्वर्य, आकर्षण, प्रेम आदि का कारक माना जाता है। वर्तमान में शुक्र बुध की राशि मिथुन में स्थित हैं और अब उन्होंने नक्षत्र परिवर्तन कर लिया है। 18 जून को सुबह 4 बजकर 51 मिनट पर शुक्र ने आर्द्रा नक